कभी तो आओ दर्द भरी पोएट्री
कभी तो आओ, तमहरी यादें बड़ी तकलीफ देतीं,
ये बताना है तुम्हे कभी तो आओ,
छोड़ आओ उस जहां को जो तम्हे तकलीफ देता है सताता है तुम्हे कभी तो आओ,
मुझे ढूँढ़ो मुझे पकड़ो,मेरे साथ आओ और थामो मेरा हाथ चलेंगे उस राह पर जहां कोई कभी न गया हो कभी तो आओ,
बताना है तुम्हे अपने दिल की बात जस्बात ओर एहसास ,तुम्हारे साथ बिताए हुए पल उन यादों की पहचान है तपती हुई रेत पर पहली बारिश का निशान है,
तुमसे दूर होकर क्यों अधूरा अधूरा सा लगता है मुझे,
तेरे साथ बिताते हुए पल पूरे करते है मुझे,
मुझमे मैं नही रहता तुम रहते हो अब ये जानते हुए भी तुम्हे तरस नही आती
या मज़ा लेते हो मेरे हाल का,
मुझमे मैं नही रहता जाने कहाँ खो गया हूं मैं,
अब निकल पड़ा हु अपनी तलाश में जगह जगह ढूंढता फिर रहा हु
खुद को मैं
@Rehman
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